गया। बिहार के गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र के सोनडीहा गांव के निकट 13 जून 2018 की शाम को माँ-बेटी के साथ 9 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था। यह मामला जब सामने आया था तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। 2 साल से भी ज़्यादा दिन तक चले इस केस में कोर्ट ने 12 मार्च को सजा देने की तिथि की घोषणा की थी, जिसे अब 17 मार्च को सुनाया जाएगा। आरोपियों ने पति के सामने ही उसकी पत्नी और बेटी के साथ बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape with mother and daughter) किया था।
Gangrape with mother and daughter
दरअसल 13 जून 2018 की शाम को पत्नी और बेटी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर गया के गुरारु स्थित दुकान से घर जा रहा था। रास्ते में कोंच थाना क्षेत्र के सोनडीहा गांव के पास 9 लोगों ने पीड़ित की बाइक को जबरन रोक लिया। रोकने के बाद बाइक को सड़क किनारे गड्ढे में फेंक दिया और पति-पत्नी और बेटी को खेत की मेड़ पर बैठा दिया। आरोपियों ने हथियार दिखाते हुए माँ-बेटी को कपडे उतारने को कहा, जिसका तीनों ने विरोध किया। जिसपर आरोपियों ने मारने की धमकी देकर पति की आँखों के सामने ही माँ-बेटी को पूरी तरह से नग्न कर दिया।
उसके बाद पति की आँखों के सामने ही उसकी पत्नी और बेटी के साथ 9 लोगों ने बारी-बारी से गैंगरेप किया। उस दौरान बेबस पिता अपनी आँखों के सामने पत्नी और बेटी की इज्जत को दरिंदे के हाथों लुटता हुआ देखता रहा। दरिंदों के चंगुल से छूटने के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसमे पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दो साल तक केस चलने के बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोषी ठहराते हुए 12 मार्च को सजा सुनाने की तिथि की घोषणा की थी, जिसे अब 17 मार्च कर दिया गया है। सजा सुनाने में देरी की वजह कांड के दो नाबालिग आरोपितों का ट्रायल जुवेनाइल कोर्ट में चलना माना जा रहा है।