बेतिया। महिलाओं के प्रति यौन हिंसा के मामले में कोई कमी आती नहीं दिख रही है। ताजा मामला बिहार के बेतिया से है, जहां सिपाही भर्ती की परीक्षा देकर घर लौट रही युवती के साथ कई लोगों ने गैंगरेप किया, फिर अपना जुर्म छुपाने के लिया निर्ममता से उसकी हत्या कर दी। युवती की हत्या से पहले बलात्कार (Gangrape with young girl in betiya) के दौरान दरिंदगी की गयी थी। पुलिस ने शक के आधार पर टेम्पू ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। ड्राइवर की निशानदेही पर युवती का शव प्रतापपुर गांव के समीप त्रिवेणी नहर से बरामद किया गया है। युवती के साथ की गयी दरिंदगी को लेकर आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने एनएच 727 को जाम कर दिया। वे दोषियों को मृत्युदंड देने की मांग पर अड़े हुए थे, पुलिस ने समझा-बुझाकर किसी तरह से सड़क खाली करवाया।
Gangrape with young girl in betiya
पुलिस के मुताबिक़ दरिंदगी की शिकार हुई लड़की 14 मार्च को बिहार सिपाही भर्ती की परीक्षा देने बेतिया आयी थी। परीक्षा देने के बाद वह बेतिया से बगहा पहुंची फिर अपने गाँव जाने के लिए टेम्पो पकड़ी। रास्ते में सुनसान जगह पर चालक ने टेम्पो को साइड में लगा दिया। टेम्पो पर पहले से सवार दो युवकों ने लड़की को जबरन उतारा और झाड़ियों में ले गए। वहाँ 3 युवकों ने बारी-बारी से युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दुष्कर्म का विरोध करने पर दरिंदों ने युवती के प्राइवेट पार्ट पर नुकीली चीज से वार किया है। जिसकी वजह से गंभीर चोटे आयी है। अपनी हवस मिटाने के बाद दरिंदों ने बेहद निर्ममता से युवती को मौत के घाट उतार दिया। फिर युवती के शव को नहर में फेंककर चले गए।
परिजनों ने पुलिस को बताया की 14 मार्च को उनकी बेटी ने उन्हें फोन कर बताया था की वह टेम्पू से घर आ रही है। टेम्पू पर सिर्फ ड्राइवर है। लेकिन जब वह काफी देर तक घर नहीं पहुंची, फोन लगाने पर स्विच ऑफ़ बताने लगा। तो परिजनों ने अपने स्तर पर युवती की खोज शुरू की। आखिर में 15 मार्च को थाने में युवती के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। थानाध्यक्ष शाहिद अनवर अंसारी ने टेम्पो चालक की तलाश शुरू की, शुरूआती जांच में पता चला की उस रात सबसे आखिर में राजू बैठा टेम्पो लेकर निकला था। पुलिस ने जब राजू बैठा से सख्ती से पूछ-ताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस दो और आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।